Sunday, October 11, 2009

आज भी चलता हूँ………………………

यादें गुजरती हैं,
बातें चलती हैं,
आंसू बह जाते हैं,
दिल के अरमान,
बस दिल में ही रह जाते हैं।

दिल में तेरी तस्वीर बनी हैं,
प्यार के धागों से बुनी हैं,
उसमे भी सिर्फ यही कमी हैं,
उसकी आँखों में भी नमी हैं।

दिल में अरमान मचलते हैं,
दिल में भाव भी बहते हैं,
दिल, दिल की बात कहें कैसे,
आंसू ही ये व्यथा कहते हैं।

वो दिन याद आते हैं,
वो लम्हे याद आते हैं,
ये आँखें पानी बरसाती हैं,
जब वो शब्द याद आतें हैं।

दिल में दर्द छुपा हैं,
दिल में यादें छुपी हैं,
दिल में वो शब्द छुपे हैं,
आँखों में मोती बसे हैं,
लबों में अल्फाज़ दबे हैं।

सीने में अरमान दबे हैं,
होठों पे चाहत छुपी हैं,
तुझे खुश देखूं,
हर पल हँसता देखूं,
यही अरमाँ दिल में लिए,
मैं आज भी चलता हूँ………………………

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